11. मैं ने क्रोध में आकर तेरे लिये राजा बनाए, और फिर जलजलाहट में आकर उन को हटा भी दिया।
12. एप्रैम का अधर्म गठा हुआ है, उनका पाप संचय किया हुआ है।
13. उसको जच्चा की सी पीड़ाए उठेंगी, परन्तु वह निर्बुद्धि लड़का है जो जन्म के समय ठीक से नहीं आता।
14. मैं उसको अधोलोक के वश से छुड़ा लूंगा और मृत्यु से उसको छुटकारा दूंगा। हे मृत्यु, तेरी मारने की शक्ति कहां रही? हे अधोलोक, तेरी नाश करने की शक्ति कहां रहीं? मैं फिर कभी नहीं पछताऊंगा॥