13. अपनी थैली में भांति भांति के अर्थात घटती-बढ़ती बटखरे न रखना।
14. अपने घर में भांति भांति के, अर्थात घटती-बढ़ती नपुए न रखना।
15. तेरे बटखरे और नपुए पूरे पूरे और धर्म के हों; इसलिये कि जो देश तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे देता है उस में तेरी आयु बहुत हो।
16. क्योंकि ऐसे कामों में जितने कुटिलता करते हैं वे सब तेरे परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में घृणित हैं॥