4. और उस से कह, सावधान और शान्त हो; और उन दोनों धूंआं निकलती लुकटियों से अर्थात रसीन और अरामियों के भड़के हुए कोप से, और रमल्याह के पुत्र से मत डर, और न तेरा मन कच्चा हो।
5. क्यांकि अरामियों और रमल्याह के पुत्र समेत एप्रैमियों ने यह कह कर तेरे विरुद्ध बुरी युक्ति ठानी है कि आओ,
6. हम यहूदा पर चढ़ाई कर के उसको घबरा दें, और उसको अपने वश में लाकर ताबेल के पुत्र को राजा नियुक्त कर दें।