नीतिवचन 6:3-9 हिंदी पवित्र बाइबल (HHBD)

3. इसलिये हे मेरे पुत्र, एक काम कर, अर्थात तू जो अपने पड़ोसी के हाथ में पड़ चुका है, तो जा, उस को साष्टांग प्रणाम कर के मना ले।

4. तू न तो अपनी आखों में नींद, और न अपनी पलकों में झपकी आने दे;

5. और अपने आप को हरिणी के समान शिकारी के हाथ से, और चिडिय़ा के समान चिडिमार के हाथ से छुड़ा॥

6. हे आलसी, च्यूंटियों के पास जा; उनके काम पर ध्यान दे, और बुद्धिमान हो।

7. उन के न तो कोई न्यायी होता है, न प्रधान, और न प्रभुता करने वाला,

8. तौभी वे अपना आहार धूपकाल में संचय करती हैं, और कटनी के समय अपनी भोजन वस्तु बटोरती हैं।

9. हे आलसी, तू कब तक सोता रहेगा? तेरी नींद कब टूटेगी?

नीतिवचन 6