नीतिवचन 3:31-35 हिंदी पवित्र बाइबल (HHBD)

31. उपद्रवी पुरूष के विषय में डाह न करना, न उसकी सी चाल चलना;

32. क्योंकि यहोवा कुटिल से घृणा करता है, परन्तु वह अपना भेद सीधे लोगों पर खोलता है॥

33. दुष्ट के घर पर यहोवा का शाप और धर्मियों के वासस्थान पर उसकी आशीष होती है।

34. ठट्ठा करने वालों से वह निश्चय ठट्ठा करता है और दीनों पर अनुग्रह करता है।

35. बुद्धिमान महिमा को पाएंगे, और मूर्खों की बढ़ती अपमान ही की होगी॥

नीतिवचन 3