नीतिवचन 18:4-7 हिंदी पवित्र बाइबल (HHBD)

4. मनुष्य के मुंह के वचन गहिरा जल, वा उमण्डने वाली नदी वा बुद्धि के सोते हैं।

5. दुष्ट का पक्ष करना, और धर्मी का हक मारना, अच्छा नहीं है।

6. बात बढ़ाने से मूर्ख मुकद्दमा खड़ा करता है, और अपने को मार खाने के योग्य दिखाता है।

7. मूर्ख का विनाश उस की बातों से होता है, और उसके वचन उस के प्राण के लिये फन्दे होते हैं।

नीतिवचन 18