1. आदि में परमेश्वर ने आकाश और पृथ्वी की सृष्टि की।
2. और पृथ्वी बेडौल और सुनसान पड़ी थी; और गहरे जल के ऊपर अन्धियारा था: तथा परमेश्वर का आत्मा जल के ऊपर मण्डलाता था।
3. तब परमेश्वर ने कहा, उजियाला हो: तो उजियाला हो गया।
4. और परमेश्वर ने उजियाले को देखा कि अच्छा है; और परमेश्वर ने उजियाले को अन्धियारे से अलग किया।