7. तब योआब के जन, और करेती और पकेती लोग, और सब शूरवीर उसके पीछे हो लिए; और बिक्री के पुत्र शेबा का पीछे करने को यरूशलेम से निकले।
8. वे गिबोन में उस भारी पत्थर के पास पहुंचे ही थे, कि अमासा उन से आ मिला। योआब तो योद्धा का वस्त्र फेटे से कसे हुए था, और उस फेटे में एक तलवार उसकी कमर पर अपनी म्यान में बन्धी हुई थी; और जब वह चला, तब वह निकलकर गिर पड़ी।
9. तो योआब ने अमासा से पूछा, हे मेरे भाई, क्या तू कुशल से है? तब योआब ने अपना दाहिना हाथ बढ़ाकर अमासा को चूमने के लिये उसकी दाढ़ी पकड़ी।
10. परन्तु अमासा ने उस तलवार की कुछ चिन्ता न की जो याआब के हाथ में थी; और उसने उसे अमासा के पेट में भोंक दी, जिस से उसकी अन्तडिय़ां निकलकर धरती पर गिर पड़ी, और उसने उसको दूसरी बार न मारा; और वह मर गया। तब योआब और उसका भाई अबीशै बिक्री के पुत्र शेबा का पीछा करने को चले।
11. और उसके पास योआब का एक जवान खड़ा हो कर कहने लगा, जो कोई योआब के पक्ष और दाऊद की ओर का हो वह योआब के पीछे हो ले।
12. अमासा तो सड़क के मध्य अपने लोहू में लोट रहा था। तो जब उस मनुष्य ने देखा कि सब लोग खड़े हो गए हैं, तब अमासा को सड़क पर से मैदान में उठा ले गया, और जब देखा कि जितने उसके पास आते हैं वे खड़े हो जाते हैं, तब उसने उसके ऊपर एक कपड़ा डाल दिया।
13. उसके सड़क पर से सरकाए जाने पर, सब लोग बिक्री के पुत्र शेबा का पीछे करने को योआब के पीछे हो लिए।
14. और वह सब इस्राएली गोत्रें में हो कर आबेल और बेतमाका और बेरियों के देश तक पहुंचा; और वे भी इकट्ठे हो कर उसके पीछे हो लिए।