25. और अपने घोड़ों और रथों के लिये सुलैमान के चार हजार थान और बारह हजार सवार भी थे, जिन को उसने रथों के नगरों में और यरूशलेम में राजा के पास ठहरा रखा।
26. और वह महानद से ले पलिश्तियों के देश और मिस्र के सिवाने तक के सब राजाओं पर प्रभुता करता था।
27. और राजा ने ऐसा किया, कि बहुतायत के कारण यरूशलेम में चान्दी का मूल्य पत्थरों का और देवदार का मूल्य नीचे के देश के गूलरों का सा हो गया।
28. और लोग मिस्र से और और सब देशों से सुलैमान के लिये घोड़े लाते थे।